
बिहार की हाई-प्रोफाइल सीटों में से एक—लखीसराय विधानसभा सीट—आज फिर सुर्खियों में है। मतगणना शुरू हो चुकी है और कुछ ही देर में तय हो जाएगा कि इस सीट पर परंपरा चलेगी या परिवर्तन आएगा। इस सीट पर मुकाबला बिल्कुल फ़िल्मी है— एक तरफ तीन बार के विजेता, BJP के विजय कुमार सिन्हा, दूसरी तरफ महागठबंधन की दावेदारी, और बीच में जनता, जो कह रही है— “भैया रिजल्ट आने दो, फिर बोलेंगे।”
BJP की हैट्रिक—क्या बनेगी सुपरहिट चौथी बार?
लखीसराय बीजेपी का गढ़ माना जाता है। डिप्टी सीएम और बीजेपी के कद्दावर नेता विजय कुमार सिन्हा 2010, 2015, 2020 में यहां जीत चुके हैं। इस बार चुनौती है—क्या चौथी जीत भी उतनी ही आसान होगी?
इतिहास कहता है—BJP Strong
लेकिन राजनीति कहती है—कुछ भी हो सकता है!
लखीसराय का चुनावी DNA: किसकी कितनी पकड़?
यह सीट 1977 में बनी और अब तक 11 चुनाव हो चुके हैं।
सीट का इतिहास भी रोमांचक है—
- BJP → 5 बार जीती
- जनता पार्टी → 2 बार
- जनता दल → 2 बार
- RJD → 2005 में 1 बार
- Congress → 1980 में 1 बार
मतलब यहां BJP का दबदबा लगातार दिखता रहा है, लेकिन जनता का मूड कब बदल जाए—कहना मुश्किल।
पिछले नतीजों का क्विक रिकैप
2020 में
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विजय कुमार सिन्हा (BJP) → 74,212 वोट
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अमरेश कुमार (INC) → 63,729 वोट

2015 में
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विजय कुमार सिन्हा (BJP) → 75,901 वोट
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रामानंद मंडल (JDU) → 69,345 वोट
लखीसराय की जनता बार-बार एक ही मैसेज देती आई है— “विजय बाबू ठीक हैं!”
LIVE अपडेट्स
08:25 AM – मतगणना शुरू, पोस्टल बैलेट का खेल चालू
लखीसराय में काउंटिंग तेज़ी से जारी है। रुझान कुछ ही देर में आने शुरू हो जाएंगे। उधर जनता WhatsApp ग्रुप में पहले से ही ‘अंदाज़े’ लगा चुकी है…
चुनाव 2025 का बड़ा सवाल
क्या BJP फिर इस सीट पर कब्जा करेगी? या महागठबंधन कोई बड़ा उलटफेर करेगा? आज शाम तक लखीसराय का ‘किंग’ कौन होगा, यह साफ हो जाएगा।
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